Saturday, February 26, 2022

तीसरे युद्ध की ओर का इशारा तो नहीं

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तीसरे युद्ध को रोकने का पक्षधर बना भारत इस समय रूस के यूक्रेन में हमले के बाद दुनिया को दो भागों में बढ़ता हुआ देखने के बाद असमंजस की स्थिति में खड़ा है हालांकि उसे यूक्रेन में फंसे लगभग 20000 भारतीयों को सुरक्षित करने की चिंता बढ़ी है क्योंकि रूस ने आज जिस तरह से हवाई हमले रिहायशी इलाकों में तेज किए हैं उससे जनहानि का खतरा बढ़ गया है जिस पर भारतीय नागरिकों को वेस्टर्न बॉर्डर पर सुरक्षित पहुंचाने की अपील की जा रही है क्योंकि रूस यूक्रेन की राजधानी को निशाना बनाए हैं यूक्रेन में रोज-रोज के बड़े हवाई हमले से पूर्वी युक्रेन के 2 शहरों ने सरेंडर कर दिया है जिस तरह रूस ने यूक्रेन के हवाई अड्डों पर जिस तरह से हमले बढ़ा दिए हैं उससे इस बार रूस का जिस तरह से आक्रामक रुख है उसे भले ही दुनिया दो भागों में बांट गई हो जिसमें यूरोपीय संघ की जिस तरह से अमेरिका में तत्कालीन युद्ध रोकने के लिए बैठक बुलाई है उसे नहीं लग रहा है कि इस बार भी इस बैठक का कोई प्रभाव रूस में पड़ने वाला नहीं है क्योंकि रूस के पास खुद ही वीटो पावर है हालांकि रूस के बढ़ते हवाई हमलों से यह तो स्पष्ट हो गया है कि वह यूक्रेन को इस बार लेकर रहेगा क्योंकि रूस के हवाई हमलों से जिस तरह से रिहाईसी इलाकों में दहशत मच गई है उससे माना जा रहा है कि युद्ध अच्छे के लिए तो होता नहीं है जिसमें जान माल का नुकसान दोनों का ही होता है ऐसी परिस्थितियों में जिस तरह से यूक्रेन में स्थितियां बनी है उससे लगभग 20,000 जो भारतीय नागरिक फंसे हैं उनके लिए भारत में जबरदस्त चिंता की लहर है भारत की समझ में नहीं आ रहा है कि वह पहले अपने नागरिकों को बचाए हालांकि जिस तरह से इस युद्ध में दुनिया के देश दो भागों में बैठ गए हैं उसे अगर इस बार तीसरा विश्व युद्ध होता है तो बड़ी तबाही होगी क्योंकि अमेरिका सहित तमाम देश यूक्रेन की ओर है तो चीन उत्तर कोरिया ईरान समेत तमाम देश रूस के साथ हैं फिलहाल भारत संधि के चलते अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं कर पा रहा है |

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