Sakat Chauth vrat 2021: सकट चौथ पर करना चाहिए संकटनाशन स्तोत्र का पाठ गवान गणपति मंगलकर्ता हैं। विघ्न विनाशक हैं। कल्याणकर्ता हैं। यही वजह है माताएं अपनी संतान की रक्षा के लिए सकट चौथ का व्रत रखती हैं। संकष्टि चतुर्थी का मतलब होता है संकटों का नाश करने वाली चतुर्थी। यह व्रत माघ माह की चतुर्थी को रखा जाता है। सकट चौथ को तिलकुटा चौथ, संकटा चौथ, संकष्टि चतुर्थी, माघी चतुर्थी भी कहा जाता है। इस दिन माताएं निर्जला रहकर संतान की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। शाम को चंद्र देव का अर्घ्य देकर ही व्रत खोला जाता है। कहते हैं कि इस दिन संकटनाशन...