Monday, December 14, 2020

स्वयं समझे अपनी लग्न और जन्म राशि को देखने का तरीका

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स्वयं समझे अपनी लग्न और जन्म राशि को देखने का तरीका 
भारतीय ज्योतिष विद्या का जन्म भी वेदों से हुआ है वेद से जन्म लेने के कारण इसे वैदिक ज्योतिष के नाम से जाना जाता है । भारतीय ज्योतिष में यह मान्यता है कि ब्रह्मांड में कुल 9 ग्रह ,12 भाव, 27 नक्षत्र व 12 राशियां है सूर्य परिवार में 7 ग्रह व दो छाया ग्रह है जो क्रमशः अपनी अपनी गति से पृथ्वी का चक्कर लगाते रहते हैं ।
भारतीय ज्योतिष शास्त्र पृथ्वी को केंद्र मानकर चलती है। राशीचक्र वह व्रत है जिस पर नवग्रह घूमते हुए से प्रतीत होते हैं । इसी राशि चक्र को अगर 12 भागों में विभाजित किया जाए ,तो प्रत्येक भाग एक राशि कहलाएगा । यह 12 राशियां इस प्रकार होगी पहली मेष दूसरी वृष  तीसरी मिथुन चौथी कर्क पांचवी सिंह छठी सातवी तुला आठवीं वृश्चिक 9 धनु 10 मकर 11 कुंभ 12 मीन।
 जैसे राशि चक्र को 12 भागों में विभाजित करने पर हमें 12 राशियां मिली उसी प्रकार अगर इस राशि चक्र को 27 भागों में बांटते हैं तो हमें 27 नक्षत्रों का पता चलता है । एक वृत्त को 360 कला या डिग्री में बांटा गया है इसलिए एक राशि 30 कला या 30 अंश की हुई । 
प्रत्येक राशि का एक स्वामी ग्रह होता है जो निम्न प्रकार है 


जिसमें सूर्य व चंद्र  एक-एक राशि के स्वामी होते हैं अन्य ग्रह 2 राशियों के स्वामी होते हैं राहु व केतु किसी भी राशि के स्वामी  नहीं माने गए हैं । किसी भी व्यक्ति की जन्म पत्रिका उसके जन्म समय का चित्र कहा जाता है । कुंडली या जन्मपत्रिका को देखकर यह कहा जा सकता है कि जन्म के समय आकाश में ग्रहों की स्थिति क्या थी । कुंडली में प्रथम ग्रहों का आकलन दो प्रकार से किया जाता है प्रथम वह ग्रह किस राशि में स्थित है और दूसरा वह ग्रह किस भाव में स्थित है।
 क्या होती है लग्न और जन्म राशि 
पृथ्वी अपने अक्ष पर 24 घंटे में एक बार पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है इस कारण से ही ग्रह नक्षत्र व राशियां 24 घंटे में एक बार पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर घूमते हुए प्रतीत होते हैं इस परिक्रमा में ही सभी राशियां और तारे 24 घंटे में एक बार पूर्व की ओर उदित और पश्चिम क्षितिज पर अस्त होते हुए नजर आते हैं । जब भी कोई व्यक्ति जन्म लेता है ,तो उस समय अक्षांश और देशांतर में जो राशि पूर्व क्षितिज पर उदित होती है वह राशि ही व्यक्ति की लग्न होती है। कुंडली में लग्न राशि प्रथम भाव में लिखी जाती है। कुंडली में 12 भागों को घड़ी के विपरीत दिशा में ही क्रमवार गिनते हुए राशि अंकित करते हैं । दाएं से बाएं क्रमवार राशियों की स्थापना सर्वप्रथम की जाती है। राशि का सूचकांक ही अनिवार्य रूप से 12 भाव में भरा जाता है। जैसे मेष के लिए एक वृष  के लिए 2 मिथुन के लिए 3 । ऐसे ही 12 भावों में रशिया क्रम वार भरी जाती है । जन्म के समय चंद्र जिस राशि में स्थित होते हैं वह जन्म राशि कहलाती है।


 भाव और राशि में अंतर
प्रत्येक कुंडली में 12 भाग होते हैं जिसमें 8 त्रिकोण आकार के और 4 आयताकार होते हैं । चार आयताकार भाव को में प्रथम भाग लग्न कहलाता है और वही प्रथम भाव होता है प्रथम भाव से दाएं से बाएं एंटी क्लॉक वाइज द्वितीय भाव तृतीय व क्रमवार गिनते हुए 12वे भाव तक आते हैं ।
भाव को हाउस या खाना भी कहा जाता है। भाव हमेशा स्थिर ही रहते हैं जैसे पहला आयताकार भाव प्रथम भाव हुआ तो वह हमेशा प्रथम ही भाव कहा जाएगा और क्रमवार गिनने पर वह 12 भाव हमेशा स्थिर ही रहेंगे। लेकिन इन भावों पर अंकित संख्या या राशि प्रत्येक कुंडली में बदली हुई नजर आती है । हम यह कहेंगे कि भाव व राशियां चलाएं मान होती हैं। जैसे प्रथम भाव पर दो नंबर अर्थात वृष राशि हो सकती है या फिर आठ नंबर वृश्चिक राशि हो सकती है । प्रथम भाव पर स्थित संख्या ही लग्न मानी जाती है।  कुंडली में स्थित 12 भाव हमेशा स्थिर रहते हैं या तो हमने जाना अब यह भी जानेंगे कि प्रत्येक भाव का स्वामी भी होता जो बदलता रहता है जैसे प्रथम भाव में अगर दो नंबर वृषभ राशि मिली हुई है तो प्रथम भाव के स्वामी ग्रह शुक्र कहलाएंगे 2सरे भाव मिथुन राशि हुई दुइत्तीय भाव के स्वामी ग्रह बुध होंगे । प्रथम भाव के स्वामी ग्रह को लग्नेश  2रे भाव के स्वामी ग्रह को द्वितीऐश तृतीय भाव के स्वामी ग्रह को तृतीऐश  व क्रमवार ऐसे ही आगे भी हम लिखेंगे । 

ग्रहों की भाव गत स्थिति

उदाहरण कुंडली में लग्न प्रथम भाव में दो अर्थात वृषभ राशि मिली  और प्रथम भाव के स्वामी ग्रह शुक्र जो अपने ही राशि में स्थित है और प्रथम भाव में ही द्वितीय भाव के स्वामी ग्रह बुध भी लग्न अर्थात प्रथम भाव में स्थित है राहु ग्रह 2त्तीय भाव में दाएं से बाएं पर स्थित है छठे भाव में शनि सप्तम भाव में गुरु अष्टम भाव में चंद्रमा केतु व द्वादश भाव में मंगल व सूर्य स्थिति है । इन ग्रह स्थिति को हम भावगत स्थिति  कहेंगे ।

Posted By KanpurpatrikaMonday, December 14, 2020

❖▩ஜआज का पंचांग,16 दिसम्बर 2020,बुधवार,❖▩ஜ

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❖▩ஜआज का पंचांग,16 दिसम्बर 2020,बुधवार,❖▩ஜ

🌞🛕 *जय रामजी की*🛕🌞 

 🏹 *जय माँ जगदम्ब भवानी*🏹

       *🐀🐘जय श्री गणेश🐘🐀*
       ▩ஜआज का पंचांग ۩۞۩ஜ

16 दिसम्बर 2020, बुधवार, विक्रमी सम्वत 2077, शाका 1942, मार्गशीर्ष मास, कृष्ण पक्ष, मार्गशीर्ष मास की प्रविष्टा 2, दक्षिणायन, दक्षिणगोल, हेमन्त ऋतु,  तिथि द्वितीया 04:54 सायं तक तदन्तर तृतीया, नक्षत्र पूर्वाषाढा 08:04 सायं तक तदन्तर उत्तरार्षाढा  सूर्य उदय 6:50 प्रातः, सूर्यास्त 5:21सायं , राहुकाल दोपहर 12:04 से 1:23 दोपहर तक।

 🌞 🛕 *राशिफल*🛕🌞 

🐏 *मेष (Aries):*जॉब में इच्छानुसार स्थानांतरण मिल सकता है। सहकर्मी आपका मनोबल बढ़ायेंगे। रिश्तेदारों और सम्बन्धियों से शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। आय के स्तोत्रों में बढ़ोत्तरी होगी। बुजुर्ग सदस्यों के स्वास्थ्य में सुधार होगा।

🐂 *वृषभ (Tauras):*शत्रु आपके विरुद्ध मुखर हो सकते हैं। प्रेम सम्बन्धों को लेकर जल्दबाज़ी न करें। अपनी दिनचर्या और खानपान को सन्तुलित रखें। शिक्षा में परेशानी हो सकती है। शारीरिक कष्ट और मानसिक तनाव की स्थिति बन सकती है। कुछ लोग आपसे ईर्ष्या भाव रखते हैं।

👭 *मिथुन (Gemini):*पारिवारिक माहौल खुशनुमा रहेगा। वैवाहिक जीवन शुभता युक्त रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। किसी मांगलिक उत्सव में भाग ले सकते हैं। आपका ध्यान अपने कार्यों को पूरा करने में लगा रहेगा। ट्रैवलिंग के लिये समय अच्छा है।न प्राप्त हो सकता है। उपलब्धियों का आनन्द उठायेंगे।

🦀 *कर्क (Cancer):*घर परिवार की चिन्ता दूर होगी। अल्प प्रयासों से ही कठिन कार्य बन जायेंगे। फाइनेंस सम्बन्धी महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। आपके पराक्रम और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर का नवीनीकरण जैसा कुछ करने का विचार बनेगा। बेरोजगारों को नयी नौकरी मिल सकती है।

🦁 *सिंह (Leo):*प्रभावशाली व्यक्तियों से आपका सम्पर्क मजबूत होगा। पूर्व नियोजित कार्ययोजना को कार्यान्वित करने में आसानी होगी। अपने सम्बन्धों को खराब न होने दें। घर का वातावरण संतुलित रहेगा। अटका हुआ काम आज शुरू हो सकता है।

👧🏻 *कन्या (Virgo):*अनचाही यात्रा करनी पड़ सकती है। धन हानि होने की आशंका है। नया कार्य शुरू करना आज हितकारी नहीं होगा। परिवार जनों की उपेक्षा का शिकार हो सकते हैं। स्वास्थ्य कुछ नरम गरम रहेगा।

⚖ *तुला (Libra):*नये कारोबारी अनुबन्ध हो सकते हैं। रुका हुआ धन आज प्राप्त हो सकता है। प्रेमी जन आज काफी अच्छे मूड में होंगे। आप एक अच्छे परामर्शदाता के रूप में विख्यात हो सकते हैं। आस-पड़ोस में आपकी काफी प्रशंसा होगी। काफी अच्छे मूड में रहेंगे।

🦂 *वृश्चिक (Scorpio):*जीवनसाथी के साथ सम्बन्धों में विश्वास को महत्व दें। खांसी जुकाम और वायरल इन्फेक्शन की आशंका बन रही है। अपने कार्यों को गम्भीरता से लेना आपके लिये बेहद आवश्यक है। मन में नये विचार कौंधेंगे। आवश्यक कार्य समय पर पूरे नहीं होंगे। व्यर्थ की चर्चाओं से दूर रहें।

🏹 *धनु (Sagittarius):*कार्यक्षेत्र में काम का दबाव कम होगा। आज आप एकदम आराम के मूड में रहेंगे। व्यापार में कुछ तकनीकी सुधार कर सकते हैं। भाग्य का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। धन का उपयोग अपने जीवनस्तर को सुधारने के लिये करेंगे। शाम को दोस्तों के साथ पार्टी कर सकते हैं।

🐊 *मकर (Capricorn):*आज आपको स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिये। आलस्य की वजह से कार्यों में विलम्ब होने की सम्भावना है। सहकर्मियों और व्यापारिक साझेदारों के साथ अपने सम्बन्ध खराब न करें। धन को लेकर किसी पर ज्यादा भरोसा न करें। पुराना ऋण उतारना पड़ सकता है।

⚱ *कुंभ (Aquarius)*घरवालों के व्यवहार से आप काफी खुश रहेंगे। प्रोफेशनल लाइफ भी काफी शानदार रहेगी। सन्तान की उपलब्धि से गर्वित होंगे। परिवार की जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन करेंगे। विद्यार्थियों को करियर में आगे बढ़ने के दूसरे विकल्प मिल सकते हैं।

🧜‍♀ *मीन (Pisces):*पूरी गम्भीरता के साथ अपने कार्यों में जुटे रहेंगे। व्यवसाय में उत्पादकता बढ़ेगी। जमीन और वाहन खरीद सकते हैं। यदि जॉब बदलना चाहते हैं तो भी समय आपके लिये काफी उत्तम रहने वाला है। इंटरव्यू आदि में सफलता मिलने के प्रबल योग हैं। लोगों की सहायता करके आपको मानसिक सन्तोष प्राप्त होगा।

*💥🌺🚩आपका दिन शुभ हो 🚩🌺💥*

     पंडित आशीष त्रिपाठी ज्योतिषाचार्य 

    *🎊🎉🎁 आज जिनका जन्मदिवस या विवाह वर्षगांठ हैं उन सभी मित्रो को कोटिशः शुभकामनायें🎁🎊🎉*
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       *😍आपका दिन शुभ हो😍*
     *🚩जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम🚩*

Posted By KanpurpatrikaMonday, December 14, 2020