ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी किसी बच्चे का जन्म होता है तो उसी समय उसके भाग्य का फैसला उसी समय हो जाता है। बच्चे के जन्म के समय ही ग्रहों और नक्षत्रों से उसकी राशि का निर्धारण हो जाता है। ज्योतिष में राशि का विशेष महत्व होता है। राशियां ही जातक के जीवन पर गहरा प्रभाव डालती हैं। जातक की कुंडली में राशि का आकलन कर व्यक्ति के जीवन में उसकी सफलता और असफलता का पता चलता है।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आकाश मंडल में 360 अंश हैं, इन्हें 12 राशियों एवं 27 नक्षत्रों में बांटा गया है। एक राशि में 30 अंश हैं। प्रत्येक भाग अपने-आप में एक आकृति...