Saturday, November 21, 2020

*क्या है विष योग और 12 भावो में इसका शुभ अशुभ फल*

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*क्या है विष योग और 12 भावो में इसका शुभ अशुभ फल*

आज हम जानेंगे पंडित चन्द्र कान्त शुक्ल से कुंडली मे   होने वाले विष योग के बारे में। फलदीपिका  ग्रंथ के अनुसार कुंडली मे शनि ग्रह आयु, मृत्यु, भय, दुख, अपमान, रोग, दरिद्रता, दासता, बदनामी, विपत्ति, निन्दित कार्य, नीच लोगों से सहायता, आलस, कर्ज, लोहा, कृषि उपकरण तथा बन्धन का विचार शनि ग्रह से करते है। 

वही शनि के विपरीत चंद्रमा एक शुभ परन्तु निर्बल ग्रह है। चन्द्रमा एक राशि का संक्रमण केवल 2 से 2½ दिन में पूरा कर लेता है। चन्द्रमा के कार्यकाल में मन की स्थिति, माता का सुख, सम्मान, सुख-साधन, मीठे फल, सुगन्धित फूल, कृषि, यश, मीठे, कांसा, चांदी, चीनी, दूध, कोयला, वस्त्र, तरल पदार्थ, स्त्री का सुख आदि आते हैं।

चन्द्रमा मन का कारक है और शनि का कारक तत्व दुखदाई है। अत: शनि-चन्द्र की युति मन को विचलित व दुखी करने वाली होती है। शनि के चन्द्रमा से अधिक अंश या अगली राशि में होने पर जातक अपयश का भागी होता है। सभी ज्योतिष ग्रंथों में शनि चन्द्र की युति का फल अशुभ कहा गया है।  अशुभ फलादेश के कारण इस युति को विष योग की संज्ञा दी गई है। विष योग का अशुभ फल जातक को चन्द्रमा और शनि की दशा में उनके बलानुसार अधिक मिलता है। कष्टक शनि, अष्टम शनि तथा साढ़ेसाती कष्ट बढ़ाती है।

कुण्डली के जिस भाव में विष योग स्थित होता है, उस भाव संबंधी कष्ट मिलते हैं। नजदीकी परिवारजन स्वयं दुखी रहकर विश्वासघात करते हैं। जातक को दीर्घकालीन रोग होते हैं और वह आर्थिक तंगी के कारण कर्ज से दबा रहता है। जीवन में सुख नहीं मिलता। जातक के मन में संसार से विरक्ति का भाव जागृत होता है और वह अध्यात्म की ओर अग्रसर होता है।

*विभिन्न भावों में विष योग का फल इस प्रकार होता है* -

प्रथम भाव (लग्न) में- इस योग के कारण माता के बीमार रहने या उसकी मृत्यु से किसी अन्य स्त्री (बुआ अथवा मौसी) द्वारा उसका बचपन में पालन-पोषण होता है। उसे सिर और स्नायु में दर्द रहता है। शरीर रोगी तथा चेहरा निस्तेज रहता है। आर्थिक सम्पन्नता नहीं होती। नौकरी में पदोन्नति देरी से होती है। विवाह देर से होता है। 

द्वितीय भाव में- घर के मुखिया की बीमारी या मृत्यु के कारण काााटटबचपन  ता रहती है। वह कंजूस होता है। धन कमाने के लिए उसे कठिन परिश्रम करना पड़ता है। जीवन के उत्तराद्र्ध में आॢथक स्थिति ठीक रहती है। दांत, गला एवं कान में बीमारी की संभावना रहती है।

तृतीय भाव में- जातक की शिक्षा अपूर्ण रहती है। वह नौकरी से धन कमाता है। भाई-बहनों के साथ संबंध में कटुता आती है। नौकर विश्वासघात करते हैं। यात्रा में विघ्न आते हैं। श्वास के रोग होने की संभावना रहती है।

चतुर्थ भाव में- माता के सुख में कमी अथवा माता से विवाद रहता है। जन्म स्थान छोड़ना पड़ता है। मध्यम आयु में आय कुछ ठीक रहती है, परन्तु अन्तिम समय में फिर से धन की कमी हो जाती है। स्वयं दुखी व दरिद्र होकर दीर्घ आयु पाता है। उसके मृत्योपरान्त ही उसकी संतान का भाग्योदय होता है। 

पंचम भाव में- विष योग होने से शिक्षा प्राप्ति में बाधा आती है। वैवाहिक सुख अल्प रहता है। संतान देरी से होती है या संतान मंदबुद्धि होती है। स्त्री राशि में कन्याएं अधिक होती हैं। संतान से कोई सुख नहीं मिलता।

षष्ठम भाव में- जातक को दीर्घकालीन रोग होते हैं। ननिहाल पक्ष से सहायता नहीं मिलती। व्यवसाय में प्रतिद्वंद्वी हानि करते हैं। घर में चोरी की संभावना रहती है।

सप्तम भाव में- स्त्री की कुंडली में विष योग से पहला विवाह देर से होकर टूटता है और दूसरा विवाह करती है। पुरुष की कुंडली में यह युति विवाह में अधिक विलम्ब करती है। पत्नी अधिक उम्र की या विधवा होती है। संतान प्राप्ति में बाधा आती है। दाम्पत्य जीवन में कटुता और विवाद के कारण वैवाहिक सुख नहीं मिलता। 

अष्टम भाव में- दीर्घकालीन शारीरिक कष्ट और गुप्त रोग होते हैं। टांग में चोट अथवा कष्ट होता है। जीवन में कोई विशेष सफलता नहीं मिलती। उम्र लंबी रहती है। अंत समय कष्टकारी होता है।

नवम भाव में- भाग्योदय में रुकावट आती है। कार्यों में विलंब से सफलता मिलती है। यात्रा में हानि होती है। ईश्वर में आस्था कम होती है। कमर व पैर में कष्ट रहता है। जीवन अस्थिर रहता है। भाई-बहन से संबंध अच्छे नहीं रहते।


दशम भाव में- पिता से संबंध अच्छे नहीं रहते। नौकरी में परेशानी तथा व्यवसाय में घाटा होता है। पैतृक संपत्ति मिलने में कठिनाई आती है। आॢथक स्थिति अच्छी नहीं रहती। वैवाहिक जीवन भी सुखी नहीं रहता।

एकादश भाव में- बुरे दोस्तों का साथ रहता है। किसी भी कार्य में लाभ नहीं मिलता। संतान से सुख नहीं मिलता। जातक का अंतिम समय बुरा गुजरता है। बलवान शनि सुखकारक होता है।

द्वादश स्थान में- जातक निराश रहता है। उसकी बिमारियों के इलाज में अधिक समय लगता है। जातक व्यसनी बनकर धन का नाश करता है। अपने कष्टों के कारण वह कई बार आत्महत्या तक करने की सोचता है।

*उपाय*

शिव जी शनि देव के गुरु हैं और चन्द्रमा को अपने सिर पर धारण करते हैं। अत: विष योग के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए देवों के देव महादेव शिव की आराधना व उपासना करनी चाहिए। सुबह स्नान करके प्रतिदिन थोड़ा सरसों का तेल व काले तिल के कुछ दाने मिलाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हुए ऊं नम: शिवाय का उच्चारण करना चाहिए। उसके बाद कम से कम एक माला महामृत्युंजय मंत्र का जप करना चाहिए।

शनिवार को शनि देव का संध्या के समय तेलाभिषेक करने के बाद गरीब, अनाथ एवं वृद्धों को उड़द की दाल और चावल से बनी खिचड़ी का दान करना चाहिए।

ऐसे व्यक्ति को रात के समय दूध व चावल का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे चंद्रमा और निर्बल हो जाता है।

Posted By KanpurpatrikaSaturday, November 21, 2020

❖▩ஜआज का पंचांग, 23 नवम्बर 2020, सोमवार, ❖▩ஜ

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❖▩ஜआज का पंचांग, 23 नवम्बर 2020, सोमवार, ❖▩ஜ

🌞🛕 *जय रामजी की*🛕🌞 

 🏹 *जय माँ जगदम्ब भवानी*🏹

       *🐀🐘जय श्री गणेश🐘🐀*
       ▩ஜआज का पंचांग ۩۞۩ஜ

23 नवम्बर 2020, सोमवार, विक्रमी सम्वत 2077, शाका 1942, कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, मार्गशीर्ष मास की प्रविष्टा 9, दक्षिणायन, दक्षिणगोल, हेमन्त ऋतु, तिथि नवमी, नक्षत्र शतभिषा दोपहर 1:05 तक तदनन्तर पूर्वाभाद्रपद, सूर्योदय 6:34 प्रातः , सूर्यास्त 5:16 सांय, राहुकाल प्रातः 7:30 से 9:00 अक्षय-कूष्माण्ड नवमी, आरोग्य व्रत, आमला नवमी

         🌞🛕 *राशिफल*🛕🌞 

🐏 *मेष (Aries):*कार्यक्षेत्र में आपकी सजगता के कारण काफी लाभ प्राप्त होगा। वैवाहिक सम्बन्ध मधुर रहेंगे। बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है। व्यर्थ की उलझनों से छुटकारा मिलेगा। आपकी आय में वृद्धि होगी।

🐂 *वृषभ (Tauras):* कारोबार में कड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं। आपके मन में हर्ष की भावना प्रबल होगी। ऑफिस में आपका सम्मान बढ़ेगा। धार्मिक कार्यों से मन प्रसन्न रहेगा। स्वास्थ्य की समस्या का समाधान प्राप्त होगा।

👭 *मिथुन (Gemini):* कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सांसारिक विषयों के प्रति आकर्षण कम रहेगा। दार्शनिक चिन्तन से प्रभावित रहेंगे। व्यवसाय में लापरवाही भारी पड़ सकती है। रिश्तेदारों और मित्रों से अपने सम्बन्ध मधुर रखें।

🦀 *कर्क (Cancer):*दुविधा में फँसे हुए होने के कारण निर्णय नहीं ले पायेंगे। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। जीवनसाथी के साथ बहस हो सकती है। नकारात्मक विचार आपके ऊपर हावी हो सकते हैं। दिन की शुरुआत थोड़ी कष्टकारक रहेगी।

🦁 *सिंह (Leo):*स्नेहीजनों से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नौकरी में उच्च अधिकारियों से अच्छा तालमेल रहेगा। प्रतिस्पर्धियों से आगे निकलने में सफल रहेंगे। तनाव और थकान आज दूर हो सकती है। मित्रों के साथ उत्तम भोजन का आनन्द उठायेंगे।

👧🏻 *कन्या (Virgo):*घरेलू वातावरण में शान्ति रहेगी। किसी शुभ सूचना के कारण प्रफुल्लित होंगे। प्रणय सम्बन्धों में मधुरता रहेगी। सरकार का बेहतरीन सहयोग प्राप्त होगा। सन्तान से सुखद समाचार मिलेगा। किसी मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित हो सकते हैं।

⚖ *तुला (Libra):*आपका अहंकार किसी से टकरा सकता है। कमीशन से जुड़े व्यवसाय में आपको काफी अच्छा लाभ प्राप्त होगा। परिवार के लोगों से व्यवहार अच्छा बनाये रखें। जीवनसाथी को कोई उपहार देने का विचार बनायेंगे। लम्बी यात्रा पर जा रहे हैं तो कुछ भूल सकते हैं इसीलिये सावधान रहें।

🦂 *वृश्चिक (Scorpio):*अपनी बात को सही तरह से समझा नहीं पायेंगे। विद्यार्थियों के लिये समय अच्छा नहीं है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को मेहनत अधिक करनी होगी। नौकरीपेशा जातकों को कठिनाई उठानी पड़ सकती है।

🏹 *धनु (Sagittarius):* प्रत्येक कार्य में आप सफल रहेंगे। मीडिया से जुड़े जातकों को करियर में नये मौके प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार में परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। शासन और सत्ता का बखूबी लाभ उठायेंगे। छात्र किसी नये कोर्स में शामिल हो सकते हैं।

🐊 *मकर (Capricorn):* पुराने विवादों को दूर करने का अवसर मिलेगा। पढ़ाई में आपका मन नहीं लगेगा। आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं रहेगी। मन में उर्वर विचार आयेंगे। वरिष्ठ अधिकारियों से तालमेल अच्छा रखें। कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करनी पड़ेगी।

⚱ *कुंभ (Aquarius)* विवाह के इच्छुक लोगों को उत्तम वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकते हैं। उच्च अधिकारी आपका मनोबल बढ़ाने का प्रयास करेंगे। काफी दिनों से रुके हुए कार्य बनते चले जायेंगे। लोग आपसे काफी प्रभावित रहेंगे। दिखावे में धन बर्बाद न करें।

🧜‍♀ *मीन (Pisces):*बहुमूल्य वस्तुओं को सँभाल कर रखें। कार्यक्षेत्र में आशा के विपरीत परिणाम मिल सकते हैं। भाई-बहनों से मनमुटाव हो सकता है। कार्यों में अनचाही देरी का सामना करना पड़ेगा। वाणी में सौम्यता बनाये रखें। अजनबियों पर ज्यादा भरोसा न करें।

*💥🌺🚩आपका दिन शुभ हो 🚩🌺💥*

     पंडित आशीष त्रिपाठी ज्योतिषाचार्य 

    *🎊🎉🎁 आज जिनका जन्मदिवस या विवाह वर्षगांठ हैं उन सभी मित्रो को कोटिशः शुभकामनायें🎁🎊🎉*
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       *😍आपका दिन शुभ हो😍*
     *🚩जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम🚩*

Posted By KanpurpatrikaSaturday, November 21, 2020