Tuesday, April 13, 2021

▬▭▬▭✠👣✠▭▬▭▬▭▬🔮 *_चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन

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.......... ✦•••  *_जय मां दुर्गा_*  •••✦ ........
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🔮 *_चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन है | चैत्र नवरात्रि का हर दिन मां दुर्गा के शक्तियों के विभिन्न नौ रूपों में से एक रूप की आराधना की जाती है। चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा की जायेगी|_*

*_सफेद वस्त्र धारण किये हुए मां ब्रह्मचारिणी के दो हाथों में से दाहिने हाथ में जप माला और बाएं हाथ में कमंडल है | मां ब्रह्मचारिणी के नाम में ब्रह्म शब्द का अर्थ है– तपस्या, यानी ब्रह्मचारिणी का अर्थ है- तप का आचरण करने वाली।  मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से व्यक्ति के अंदर जप-तप की शक्ति बढ़ती है | मां ब्रह्मचारिणी अपने भक्तों को संदेश देती हैं कि परिश्रम से ही सफलता प्राप्त की जा सकती है | _*

🤷🏻‍♀️ *_मां बह्मचारिणी नाम पड़ने का कारण_*

*_कहते हैं नारद जी के उपदेश से मां ब्रह्मचारिणी ने भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए कठिन तपस्या की थी | इसलिए इन्हें तपश्चारिणी भी कहा जाता है | मां ब्रह्मचारिणी कई हजार वर्षों तक जमीन पर गिरे बेलपत्रों को खाकर भगवान शंकर की आराधना करती रहीं और बाद में उन्होंने पत्तों को खाना भी छोड़ दिया, जिससे उनका एक नाम अपर्णा भी पड़ा | लिहाजा देवी मां हमें हर स्थिति में परिश्रम करने की और कभी भी हार न मानने की प्रेरणा देती हैं और अपने भक्तों को भी लक्ष्य पर डटे रहने में मदद करती हैं।_*

✡️ *_मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि_*

*_मान्यताओं के अनुसार सबसे पहले जिन देवी-देवताओ एवं गणों व योगिनियों को आपने कलश में आमंत्रित किया है। उन्हें पंचामृत स्नान दूध, दही, घृत, मेवे और शहद से स्नान कराएं। इसके बाद इन पर फूल, अक्षत, रोली, चंदन का भोग लगाएं। इसके बाद पान, सुपारी और कुछ दक्षिणा रखकर पंडित को दान करें। इसके बाद अपने हाथों में एक फूल लेकर प्रार्थना करते हुए बार-बार मंत्र का उच्चारण करें। इसके बाद मां ब्रह्मचारिणी को सिर्फ लाल रंग का ही फूल चढ़ाए साथ ही कमल से बना हुआ ही माला पहनाएं। मां को चीनी का भोग लगाएं। ऐसा करने से मां जल्द ही प्रसन्न होती है। इसके बाद भगवान शिव जी की पूजा करें और फिर ब्रह्मा जी के नाम से जल, फूल, अक्षत आदि हाथ में लेकर “ऊं ब्रह्मणे नम:” कहते हुए इसे भूमि पर रखें।_*

👉🏼 *_इन मंत्रों का जाप दिलाएंगे जीत_*

*_अगर आप भी किसी कार्य में अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो आज के दिन आपको देवी ब्रह्मचारिणी के इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।  देवी ब्रह्मचारिणी का मंत्र इस प्रकार है - 'ऊं ऐं ह्रीं क्लीं ब्रह्मचारिण्यै नम:।'  आज के दिन आपको इस मंत्र का कम से कम एक माला, यानी 108 बार जाप करना चाहिए। इससे विभिन्न कार्यों में आपकी जीत सुनिश्चित होगी।_*

👸🏻 *_ब्रह्मचारिणी देवी का मंत्र_*

*_देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करते समय हाथों में एक लाल फूल लेकर देवी का ध्यान करें और हाथ जोड़ते हुए प्रार्थना करते हुए मंत्र का उच्चारण करें।_*

🗣️ *_श्लोक_*

*_दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलु|देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा ||_*

🧘🏻‍♀️ *_ध्यान मंत्र_*

*_वन्दे वांछित लाभायचन्द्रार्घकृतशेखराम्।_*
*_जपमालाकमण्डलु धराब्रह्मचारिणी शुभाम्॥_*
*_गौरवर्णा स्वाधिष्ठानस्थिता द्वितीय दुर्गा त्रिनेत्राम।_*
*_धवल परिधाना ब्रह्मरूपा पुष्पालंकार भूषिताम्॥_*
*_परम वंदना पल्लवराधरां कांत कपोला पीन।_*
*_पयोधराम् कमनीया लावणयं स्मेरमुखी निम्ननाभि नितम्बनीम्॥_*

Posted By KanpurpatrikaTuesday, April 13, 2021