Monday, March 8, 2021

शनि और चन्द्रमा जनित विषयोग का द्वादश भाव मे प्रभाव

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शनि और चन्द्रमा जनित विषयोग  का द्वादश भाव मे प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार ‘‘आयु, मृत्यु, भय, दुख, अपमान, रोग, दरिद्रता, दासता, बदनामी, विपत्ति, निन्दित कार्य, नीच लोगों से सहायता, आलस, कर्ज, लोहा, कृषि उपकरण तथा बंधन का विचार शनि ग्रह से होता है।

‘‘अपने अशुभ कारकत्व के कारण शनि ग्रह को पापी तथा अशुभ ग्रह कहा जाता है। परंतु यह पूर्णतया सत्य नहीं है। वृष, तुला, मकर और कुंभ लग्न वाले जातक के लिए शनि ऐश्वर्यप्रद, धनु व मीन लग्न में शुभकारी तथा अन्य लग्नों में वह मिश्रित या अशुभ फल देता है।

भावानुसार ‘विष योग’ का फल 
प्रथम भाव (लग्न) -इस योग के कारण माता के बीमार रहने या उसकी मृत्यु से किसी अन्य स्त्री (बुआ अथवा मौसी) द्वारा उसका बचपन में पालन-पोषण होता है। उसे सिर और स्नायु में दर्द रहता है। शरीर रोगी तथा चेहरा निस्तेज रहता है। जातक निरूत्साही, वहमी एवं शंकालु प्रवृत्ति का होता है। आर्थिक संपन्नता नहीं होती। नौकरी में पदोन्नति देरी से होती है। विवाह देर से होता है। दांपत्य जीवन सुखी नहीं रहता। इस प्रकार जीवन में कठिनाइयां भरपूर होती हैं।

द्वितीय भाव -घर के मुखिया की बीमारी या मृत्यु के कारण बचपन आर्थिक कठिनाई में व्यतीत होता है। पैतृक संपत्ति मिलने में बाधा आती है। जातक की वाणी में कटुता रहती है। वह कंजूस होता है। धन कमाने के लिए उसे कठिन परिश्रम करना पड़ता है। जीवन के उत्तरार्द्ध में आर्थिक स्थिति ठीक रहती है। दांत, गला एवं कान में बीमारी की संभावना रहती है।

तृतीय भाव -  जातक की शिक्षा अपूर्ण रहती है। वह नौकरी से धन कमाता है। भाई-बहनों के साथ संबंध में कटुता आती है। नौकर विश्वासघात करते हैं। यात्रा में विघ्न आते हैं। श्वांस के रोग होने की संभावना रहती है।

चतुर्थ भाव -  माता के सुख में कमी, अथवा माता से विवाद रहता है। जन्म स्थान छोड़ना पड़ता है। मध्यम आयु में आय कुछ ठीक रहती है, परंतु अंतिम समय में फिर से धन की कमी हो जाती है। स्वयं दुखी दरिद्र होकर दीर्घ आयु पाता है। उसके मृत्योपरांत ही उसकी संतान का भाग्योदय होता है। पुरूषों को हृदय रोग तथा महिलाओं को स्तन रोग की संभावना रहती है।

पंचम भाव - में विष योग होने से शिक्षा प्राप्ति में बाधा आती है। वैवाहिक सुख अल्प रहता है। संतान देरी से होती है, या संतान मंदबुद्धि होती है। स्त्री राशि में कन्यायें अधिक होती हैं। संतान से कोई सुख नहीं मिलता।

षष्ठ भाव -  जातक को दीर्घकालीन रोग होते हैं। ननिहाल पक्ष से सहायता नहीं मिलती। व्यवसाय में प्रतिद्धंदी हानि करते हैं। घर में चोरी की संभावना रहती है।

सप्तम भाव -  स्त्री की कुंडली में विष योग होने से पहला विवाह देर से होकर टूटता है, और वह दूसरा विवाह करती है। पुरूष की कुंडली में यह युति विवाह में अधिक विलंब करती है। पत्नी अधिक उम्र की या विधवा होती है। संतान प्राप्ति में बाधा आती है। दांपत्य जीवन में कटुता और विवाद के कारण वैवाहिक सुख नहीं मिलता। साझेदारी के व्यवसाय में घाटा होता है। ससुराल की ओर से कोई सहायता नहीं मिलती।

अष्टम भाव - दीर्घकालीन शारीरिक कष्ट और गुप्त रोग होते हैं। टांग में चोट अथवा कष्ट होता है। जीवन में कोई विशेष सफलता नहीं मिलती। उम्र लंबी रहती है। अंत समय कष्टकारी होता है।

नवम भाव -  भाग्योदय में रूकावट आती है। कार्यों में विलंब से सफलता मिलती है। यात्रा में हानि होती है। ईश्वर में आस्था कम होती है। कमर व पैर में कष्ट रहता है। जीवन अस्थिर रहता है। भाई-बहन से संबंध अच्छे नहीं रहते।

दशम भाव -  पिता से संबंध अच्छे नहीं रहते। नौकरी में परेशानी तथा व्यवसाय में घाटा होता है। पैतृक संपत्ति मिलने में कठिनाई आती है। आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं रहती। वैवाहिक जीवन भी सुखी नहीं रहता।

एकादश भाव -  बुरे दोस्तों का साथ रहता है। किसी भी कार्य मे लाभ नहीं मिलता। 1 संतान से सुख नहीं मिलता। जातक का अंतिम समय बुरा गुजरता है। बलवान शनि सुखकारक होता है।

द्वादश स्थान -  जातक निराश रहता है। उसकी बीमारियों के इलाज में अधिक समय लगता है। जातक व्यसनी बनकर धन का नाश करता है। अपने कष्टों के कारण वह कई बार आत्महत्या तक करने की सोचता है।

महर्षि पराशर ने दो ग्रहों की एक राशि में युति को सबसे कम बलवान माना है। सबसे बलवान योग ग्रहों के राशि परिवर्तन से बनता है तथा दूसरे नंबर पर ग्रहों का दृष्टि योग होता है। अतः शनि-चंद्र की युति से बना ‘विष योग’ सबसे कम बलवान होता है। इनके राशि परिवर्तन अथवा परस्पर दृष्टि संबंध होने पर ‘विष योग’ संबंधी प्रबल प्रभाव जातक को प्राप्त होते हैं।

इसके अतिरिक्त शनि की तीसरी, सातवीं या दसवीं दृष्टि जिस स्थान पर हो और वहां जन्मकुंडली में चंद्रमा स्थित होने पर ‘विष योग’ के समान ही फल जातक को प्राप्त होते हैं।

उपाय शिवजी शनिदेव के गुरु हैं और चंद्रमा को अपने सिर पर धारण करते हैं। अतः ‘विषयोग’ के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए देवों के देव महादेव शिव की आराधना व उपासना करनी चाहिए। सुबह स्नान करके प्रतिदिन थोड़ा सरसों का तेल व काले तिल के कुछ दाने मिलाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हुये ‘ऊँ नमः शिवाय’ का उच्चारण करना चाहिए।

उसके बाद कम से कम एक माला ‘महामृत्युंजय मंत्र’ का जप करना चाहिए। शनिवार को शनि देव का संध्या समय तेलाभिषेक करने के बाद गरीब, अनाथ एवं वृद्धों को उरद की दाल और चावल से बनी खिचड़ी का दान करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को रात के समय दूध व चावल का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे चंद्रमा और निर्बल हो जाता है।

Posted By KanpurpatrikaMonday, March 08, 2021

❖▩ஜआज का पंचांग, 9 मार्च 2021, मंगलवार,❖▩ஜ

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❖▩ஜआज का पंचांग, 9 मार्च 2021, मंगलवार,❖▩ஜ

🌞🛕 *जय रामजी की*🛕🌞 

 🏹 *जय माँ जगदम्ब भवानी*🏹

       *🐀🐘जय श्री गणेश🐘🐀*
          ▩ஜआज का पंचांग ۩۞۩ஜ

9 मार्च 2021, मंगलवार, विक्रमी सम्वत 2077, शाका 1942, फाल्गुन मास, कृष्ण पक्ष, फाल्गुन मास की प्रविष्टा 26, उत्तरायण, दक्षिणगोल, बसन्त ऋतु, तिथि एकादशी सायं 3:03 तक तदनन्तर द्वादशी, नक्षत्र उत्तराषाढ़ा, सूर्योदय 6:45 प्रातः , सूर्यास्त 6:28 सायं , राहुकाल अपरान्ह 3:00 से 4:30

तिथि : विजया एकादशी व्रत

🐏 *मेष (Aries):*कार्यक्षेत्र में आपका प्रभाव मजबूत होगा। सम्मानित व्यक्तियों के बीच आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। सन्तान की प्रगति से गर्व की अनुभूति होगी। ऑफिस में आपका वर्चस्व मजबूत होगा। पैतृक सम्पत्ति के मार्ग में आ रही बाधा दूर होगी। शासन की योजनाओं का लाभ मिलेगा।

🐂 *वृषभ (Tauras):*परिस्थितियों को सही दिशा में प्रयोग करने की कोशिश करें। धार्मिक कार्यों में आप विशेष रुचि लेंगे। व्यावसायिक यात्रा का लाभ मिलेगा। नयी नौकरी के लिये इंटरव्यू दे सकते हैं। मेहनत का सकारात्मक फल मिलने से मानसिक सन्तोष प्राप्त होगा। दाम्पत्य सम्बन्धों को मधुर बनाने का प्रयास करेंगे।

👭 *मिथुन (Gemini) मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े लोगों को चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। मान-सम्मान की चिन्ता रहेगी। अनावश्यक कार्यों में व्यस्तता हो सकती है। प्रेम सम्बन्धों में एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें। गुस्से के कारण परिजनों से मतभेद उभर सकते हैं। अपनी योजनाओं में अचानक बदलाव न करें।

🦀 *कर्क (Cancer):*अपनी क्षमताओं का सदुपयोग करें। व्यवसाय में विशेष आर्थिक निवेश कर सकते हैं। प्रेम सम्बन्धों में मधुरता बढ़ेगी। समाज के कार्यों में आप सहयोग करेंगे। लोग आपकी बातों से प्रभावित रहेंगे। आराम और मनोरञ्जन के मूड में रहेंगे।

🦁 *सिंह (Leo):जीवनसाथी के प्रति भावनात्मक लगाव बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में सभी काम सुचारू रूप से हो जायेंगे। पुराने मित्रों से अचानक मुलाक़ात हो सकती है। अपनी योजनाओं में बदलाव कर सकते हैं। मार्केटिंग और फाइनेंस क्षेत्र से जुड़े लोगों को धन लाभ होगा।

👧🏻 *कन्या (Virgo):*अपने ऊपर अत्यधिक विश्वास करने से बचें। कोई बड़ा व्यावसायिक निर्णय लेने का अवसर मिलेगा। समय की महत्व को कम न आँकें। करियर में आगे बढ़ने के लिये सीनियर्स का सहयोग मिलेगा। रुका हुआ सरकारी काम आज पूरा हो सकते हैं।

⚖ *तुला (Libra):*अपने विचारों को सदैव सकारात्मक रखें। नकारात्मक विषयों पर चिन्तन करने के बजाय अपने काम पर ध्यान दें। शेयर मार्केट से जुड़े लोगों को लाभ मिल सकता है। नये कारोबार को लेकर प्लानिंग कर सकते हैं। शिक्षा और प्रतियोगिता में आपको लाभ मिलेगा।

🦂 *वृश्चिक (Scorpio):घर के लिये उपयोगी वस्तुओं को खरीद सकते हैं। अधीनस्थ कर्मचारियों से आपके सम्बन्ध मजबूत होंगे। आपकी दैनिक दिनचर्या बहुत ही अच्छी रहेगी। आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। जॉब में स्थानान्तरण और पदोन्नति दोनों की सम्भावना प्रबल है।

🏹 *धनु (Sagittarius):*कानूनी अड़चनों को दूर कर लेंगे। अपने कार्यों को दूसरों पर न थोपें। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। सभी काम सुचारू रूप से चलेंगे। अपनी दबी हुई क्षमताओं को विकसित करने का प्रयास करेंगे। गैस और अपच की समस्या होने पर ध्यान दें।

🐊 *मकर (Capricorn):*प्रतियोगी परीक्षाओं में आपको सफलता मिल सकती है। सामाजिक कार्यों में आप व्यस्त रहेंगे। रिश्तों की मर्यादा को ध्यान में रखें। लोग आपके विचारों को सुनने के लिये उत्सुक रहेंगे। आर्थिक स्थिति पहले की तुलना में सुदृढ़ होगी।

⚱ *कुंभ (Aquarius)*वाहन प्रयोग में आपको सावधानी रखनी चाहिये। परिवार की जिम्मेदारियों से पीछे न हटें। ईर्ष्या रखने वाले लोगों से दूरी बनाकर रखें। चंचलता और जिद्दी व्यवहार के कारण परेशानी हो सकती है। व्यवसाय में उलझनों का सामना करना पड़ेगा। विदेश यात्रा होने के योग बन रहे हैं।

🧜‍♀ *मीन (Pisces ) *आपमें परोपकार की भावना प्रबल रहेगी। आपको कोई शुभ समाचार मिलने वाला है। व्यवसाय में सार्थक लाभ मिलने से मन उत्साहित रहेगा। कोई विशिष्ट कार्य होने से आपका उत्साह बढ़ेगा। मित्रों के साथ समय व्यतीत करेंगे।

*💥🌺🚩आपका दिन शुभ हो 🚩🌺💥*

     पंडित आशीष त्रिपाठी ज्योतिषाचार्य 

    *🎊🎉🎁 आज जिनका जन्मदिवस या विवाह वर्षगांठ हैं उन सभी मित्रो को कोटिशः शुभकामनायें🎁🎊🎉*
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       *😍आपका दिन शुभ हो😍*
     *🚩जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम🚩*

Posted By KanpurpatrikaMonday, March 08, 2021