>>> संतान प्राप्ति के सटीक उपाय  >>> हल्दी को हल्के में ना लें♥️  >>> मूंगा रत्न पहनने के 15 चमत्कारी फायदे -   >>> अचानक धन वृद्धि मंत्र  >>> मुख्य द्वार के सामने दूसरे भवन का कोना होना द्वार दोष होता है*  >>> दक्षिण दिशा के दोष निराकरण के लिए हनुमानजी की स्थापना करना चाहिए*  >>> *गुस्सा दूर करने के उपाय*🔶🔹🔶🔹🔶🔹🔶🔹🔶  >>> सफल बना देगी विवेकानंद की ये बाते  >>> 👉वैवाहिक जीवन : दोष एवं निवारण ---  >>> समान गोत्र एक_गोत्र_में_शादी_क्यों_वर्जित_है    undefined

Monday, December 21, 2020

21 दिसंबर 2020 का सबसे छोटा दिन800 साल बाद आज दिखेगी विशेष खगोलीय घटना

Filled under:


21 दिसंबर 2020 का सबसे छोटा दिन

800 साल बाद आज दिखेगी विशेष खगोलीय घटना 

आखिरकार साल 2020 की विदाई का काउंटडाउन शुरु हो ही गया है। इसी कड़ी में 21 दिसंबर यानी सोमवार का दिन साल 2020 का सबसे छोटा दिन होगा। इसके अलावा सोमवार को ही सूर्य अस्त के समय एक और खगोलीय घटना घटने जा रही है। ये खगोलीय घटना पिछली बार 800 साल पहले घटी थी। 21 दिसंबर को साल की सबसे लंबी रात के मौके पर सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह गुरु और विशालकाय ग्रह शनि का आकाश में महामिलन होगा। सूर्य की परिक्रमा करते हुए लगभग 20 साल में ये दोनों समीप तो आते दिखते हैं, लेकिन इससे पहले ये दोनो गृह इतने नजदीक सन 1226 में आए थे।

आज की रात अंतरिक्ष में अद्भुत नजारा लिए होगी । करीब 800 साल बाद यह खगोलीय घटना होने जा रही है । दर हकीकत आज की रात बहुत लंबी होगी । अंतरिक्ष में आज दो ग्रह शनि और बृहस्पति एक दूसरे के करीब आकर आपस में एक दूसरे को देखेंगे । इस दुर्लभ संयोग पर दुनिया भर के वैज्ञानिकों की नजरें हैं । अंतरिक्ष के सौरमंडल के दो सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति और शनि को देखने पर लगेगा कि यह एक दूसरे के बेहद करीब आ गए हैं । बृहस्पति और शनि ग्रह के निकट आने की यह दुर्लभ घटना करीब 800 साल बाद हो रही है ।
दोनों ग्रहों के बीच होगी


1623 में भी घटी थी ये खगोलीय घटना

हालांकि, इससे पहले ये दोनो गृह 1623 में भी इतने नजदीक आए थे, लेकिन उस साल इनके मिलन का समय दिन में होने के तलते सूर्य की उपस्थिति के कारण खुली आंखों से नहीं दिख का था। लेकिन इस बार सोमवार को होने वाले इन गृह मिलन का समय सूर्य अस्त होने पर दिखाई देगा। यानी इस बार ये दुर्लभ घटना शाम को होने जा रही है। इसलिए इस बार इन दोनो गृहों को लोग अपने घर की छत से देख सकेंगे


शनि व गुरु ग्रह के बीच ग्रेट कंजेक्शन

 व खगोल वैज्ञानिकों के मुताबिक असल में अंतरिक्ष में शनि और बृहस्पति ग्रह के बीच दूरी करोड़ों किलोमीटर की होगी लेकिन धरती से देखने पर लगेगा कि यह एक दूसरे के काफी करीब आ गए हैं । ऐसा दोनों ग्रहों के अपने विशिष्ट स्थिति में रहने के कारण होगा । दोनों ग्रहों के इस तरह एक दूसरे के निकट आने की घटना को खगोल वैज्ञानिक महा - संयोजन यानी ग्रेट कंजक्शन बता रहे हैं । एमपी बिड़ला तारामंडल के निदेशक देबी प्रसाद दुआरी के मुताबिक दो खगोलीय पिंड पृथ्वी से एक दूसरे से बहुत करीब होते हैं और इस घटना को कंजक्शन कहा जाता है । शनि और बृहस्पति के इस तरह के मिलन को डबल प्लेनेट या ग्रेट कंजक्शन कहते हैं ।

 0.1 डिग्री की स्थिति में देंगे दिखाई  ग्रह
भारत के ज्यादातर शहरों में 21 दिसंबर को सूर्यास्त होने के बाद इस घटना को देखा जा सकता है । वैज्ञानिकों के मुताबिक 21 दिसंबर की शाम को पश्चिम दिशा में क्षितिज के बिल्कुल नीचे दो ग्रहों को एक दूसरे से मिलते देखा जा सकता है । इस दौरान सौरमंडल के दो ग्रह बृहस्पति और शनि 0.1 डिग्री की स्थिति में दिखाई देंगे । अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक , अगले दो हफ्तों में जैसे - जैसे उनकी कक्षाएं अधिक निकटता से संरेखित होंगी ।

0 टिप्पणियाँ:

Post a Comment