रक्त सम्बन्ध और मृत आत्माए भाग 3 ....
पापा जी के आने के बाद तांत्रिक बाब हवन की तैयारी
में लग गए तांत्रिक बाबा जोर जोर से मंत्रोच्चार में लगे हुए हवन कर रहे थे|
हवन में प्रज्वलित अग्नि में दादी बाबा और माता पिता कुछ डालते भी जा रहे थे| कुछ
ही देर में पूरा घर हवन के धुवें से भर चूका था ,की अचानक की ही तांत्रिक बाबा जोर
जोर से हंसने लगे| तांत्रिक बाबा आ गई तू, आ ही गई, अब यहाँ क्यों आई थी, अब तुझे
क्या चाहिए बता| वो ऊपर देख कर बाते कर रहे थे और ऐसे कर रहे थे जैसे उनकी बातो का
कोई जवाब दे रहा हो | मैं इस द्रश्य को देख कर यह सोच रहा था की क्या सच में
आत्माए होती है और क्या म्रत्यु के बाद आत्माए इस प्रथ्वी और अपने परिचितों के पास
भी जाती है| प्रज्वलित अग्नि के सामान ही मेरे मन में भी यह सवाल लगातार प्रज्वलित
हो रहे थे | अभी यह सोच ही रहा था की मेरी माँ अचानक ही उठ खड़ी होती है और
तांत्रिक बाबा से लड़ाई सी करने लगाती है | उनकी इस हरकत से मैं स्तब्ध था | की जो माँ
अभी बाबा जी बाबा जी कह रही थी| अचानक ही वो तू तेरा करके उन्ही तांत्रिक बाब से
बात कर रही थी| लेकिन तांत्रिक बाबा भी हँसते हुए कह जा रहे थे| की तेरा भी इंतज़ार
था बता क्या चाहिए| मैं ये सब द्रश्य देख रहा था| क्योंकि यह सब अभी तक किस्से और
कहानियो में ही पड़ा था| लेकिन यह सब अब मेरी आँखों के सामने ही हो रहा था अचानक एक
जोरदार चीख के साथ माँ बेहोश हो कर गिर
पड़ती है| यह सब करते हुए तांत्रिक बाबा घर में जगह जगह कुछ लगा देता है| और यह
बताकर चले जाते है की घर अब सुरक्षित है |अब किसी बात की चिंता न करे | यह सब करते
हुए पता नहीं कब रात हो गई और माँ अचानक से उठ जाती है और वो ऐसे बोलती है जैसे सो
रही हो| पता नहीं पूजा के बीच कब मेरी आँख लग गई पता ही नहीं चला| मेरे पापा भी हां वो जो तुम सुबह से
काम में लगी थी इसलिए थक गई होगी कोई बात नहीं| फिर सभी अपने अपने कमरों में जा कर
सो जाते है | अगले अंक में पड़े की उस आत्मा और उस घर को बेचने के पीछे क्या
रहस्य था और क्या रोनित की उन आत्माओ के रहस्य के बारे में जान पता है की नहीं |
किजिए मेरी अगली पोस्ट का
इंतज़ार .......🙏🙏🙏
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