जिसको गले लगा न सके
वो मित्र तो न थी लेकिन शत्रु सी थी
वो हमसफर तो न थी लेकिन मंज़िल थी
चेहरे में हंसी तो थी लेकिन दिल में ख़ुशी न थी
वो सामने तो थी पर गले न लगा सके
वो आती तो सबके सामने लेकिन दिखती न थी
उसको गले लगाया तो लोग बिछड़ जाते ।
लोगो को गले लगाते तो उसको बुरा लगता ।
इधर ज़िन्दगी थी औऱ उधर मौत
लेकिन मैं ज़िन्दगी को गले लगा न सका ।