आगामी 7 मार्च 2019 को राहु कर्क राशि को छोड़ कर अपनी उच्च राशि मिथुन में जा रहे है ।
और इस राशि परिवर्तन पर इंटरनेट पर फेसबुक, यूट्यूब चैनल, वेबसाइट्स पर इस राहु के गोचर पर विद्धवान ज्योतिषयोँ ने काफी लिखा हुआ है। जिससे काफी ज्यादा जातक परेशानी में है ।
कारण कुछ ज्योतिषी किसी राशि के लिए इसको लाभप्रद बता रहे है तो कोई नुकसान देह कोई उत्तर दिशा में फलित कर रहा है तो कोई दक्षिण दिशा में ।
इससे सामान्य जातक जो क्रेजी है उत्साहित है या वो जातक जो कई दिनों से आर्थिक रूप से परेशान है वो इस राशि परिवर्तन को बडी आस भारी नज़रो से देख रहे है कि शायद यह परिवर्तन उनको भी कुछ परिवर्तित कर दे ।लेकिन वो मझधार में फस गया कौन सच कह रहा कौन झूठ वो समझ ही नही पा रहा ।
ऎसे में उसे ज्योतिष पर ही संदेह होने लगता है।
आज यह लेख सिर्फ आप लोगो के लिए ही है कि ज्योतिष संदेह की दृष्टि से देखी जाने वाली विधा नही है संदेह से देखना है तो ज्योतिषी को देखो । दूसरा की चंद्र राशि और नाम राशि से किसी के भी जीवन का अगला पिछला बता पाना इतना आसान होता तो शायद कोई भी दूसरा आदमी पत्रकार की तरह ज्योतिषी होता ।
ज्योतिष में गणित औऱ फलित फिर ईष्ट देव की कृपा इन सब के बाद एक ज्योतिषी 70 प्रतिशत तक फलादेश करता है जब सूक्ष्म निरीक्षण करता है। चंद्र देव एक राशि पर सवा दो दिन गोचर में रहते है और इस समयावधि में सैकड़ो की संख्या में शिशु जन्म लेते है और इन सब का देह रंग व्यवहार और कर्म अलग अलग होता है
फिर इन वीडियोस को देख कर आप न खुश हो न दुखी किसी परिचित के जानकार ज्योतिषयोँ को कुंडली दिखाए और उसके बाद ही कोई भी उपाय जैसे दान रत्न धारण मंत्र जाप आदि करे।
और ज्योतिष सिर्फ आपको राह दिखाती है और उस पर मुश्किलो को थोड़ा बहुत कम किया जा सकता हैं न कि परिवर्तित । कर्म ही सबसे बड़ा धर्म है ।
पंडित आशीष जी त्रिपाठी
ज्योतिषचार्य व लेखक