मयूर शिखा पौधा कहीं भी आसानी से देखने को मिल जाता है। इस पौधे को मयूर शिखा कहने के पीछे कारण है कि यह पौधा मोर की शिखा के समान दिखाई देता है। बंगाली भाषा में लोग इसे मोरग या मोरगफूल कहते हैं। ओड़िया भाषा में इसे मयूर चूड़िआ कहते हैं। भारत में अलग-अलग जगह पर इसे अलग अलग नाम से जाना जाता है। इस पौधे का अंग्रेजी नाम पिकोक्स टेल हैं। कई लोग इसे मुर्गे का फूल कहते हैं क्योंकि यह मुर्गे की कली के समान प्रतीत होता है। यह दुष्ट आत्माओं का सर्वनाश करता है इसीलिए इस पौधे का एक नाम दुष्टात्मानाशक भी है। यह पौधा दो या तीन प्रकार का होता है। इसके प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं-
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